#जीवन मे #गलतियां दोहराने का मतलब...
हम सबके जीवन मे कुछ ना कुछ ऐसा जरूर हुआ होता है जब हम सोचते है कि काश,ये गलती उस समय ना कि होती तो क्या ही बात होती।
कुछ लोग अपनी गलतियों को याद रखते है और उनसे सबक लेते है और भविष्य में उनको दोहराने से बचते है।जबकि बहुत से लोग एक ही तरह की गलतियों को जीवन भर करते रहते है।
बचपन मे स्कूल की किताबो में कई बार किसी राजा-महाराजा के जीवन चरित्र को पढ़ते वक्त एक लाइन अक्सर ही पढ़ने को मिल जाती थी कि" वह बड़ा महत्वाकांक्षी था,हमेशा अपनी गलतियों से सीखता था"
यकीन मानिए स्कूल के दिनों में इस लाइन का मतलब कभी सही से समझ नही आया था।और मैं सोचता था कि सीखना है तो कामयाबी से सीखो,की कामयाबी कैसे मिली,गलतियों से क्या सीखना?
लेकिन जीवन मे कुुुछ समय आगे बढ़ने पर समझ आया कि गलतियों से सीखने का मतलब यही है कि एक गलती को दुबारा ना किया जाए।ताकि बार बार नुकसान से बचा जा सके।
लेकिन कुछ लोग कुछ गलतियां बार बार करते है,बार-बार एक ही तरह की परेशानी में उलझते है ।ये लोग कोई नया तरीका नही अपनाते है, जानबूझकर वही गलतिया करते है जो पहले से करते आ रहे थे।ऐसा क्यों होता है?मुझे इसके कुछ कारण नजर आते है।
जिनमे पहला तो ये है कि ऐसे व्यक्ति महत्वकांक्षी नही है,और जीवन मे आगे नही बढ़ना चाहता है इसलिए वो एक भवँर में फंस कर बार बार वही गलतियों को करने को मजबूर है,क्योंकि उसके पास भविष्य का कोई विजन नही हैं।
दूसरी वजह यह हो सकती है कि व्यक्ति गलती को देख ही नही पा रहा है,वो बुद्धि के स्तर से कमजोर है,उसको गलती होने पर भी गलती नही दिख रही है।इसलिए वो उसी स्थिति में फंसा हुआ है।वो गलतियों से उपजी समस्याओं को अपना भाग्य मान कर भोग रहा है।और अपनी परेशानियो का कारण दुसरो में खोज रहा है।
तीसरी वजह ये हो सकती है कि अब ऐसे व्यक्ति को गलतियों में आनंद आता है,वो सही होना ही नही चाहता है।वो गलतियों में ही मजे से रहना सीख गया है।और ये उस व्यक्ति के व्यक्तित्व की सबसे बुरी स्थिति कही जायेगी जहाँ सही की उम्मीद छोड़ कर हमेशा गलत रास्ते का चुनाव ही व्यक्ति करता रहता है।
Comments
Post a Comment
pls do not enter any spam link in the comment box