First Covid vaccine for children
कोविशील्ड, कोवेक्सीन, स्पुतनिक, मोडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के बाद भारत को कोरोना को एक और वैक्सीन मिल गई है।
Zydus Cadila की ZyCoV-D कोरोना वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इमर्जेंसी यूज ऑथराइजेशन दे दिया है। इस वैक्सीन का भारत में तीन चरण का ट्रायल हुआ है।
लगभग 28 हजार लोगों पर ट्रायल पूरा करने के बाद इमर्जेंसी यूज ऑथराइजेशन यानी आपात इस्तेमाल की मंजूरी को लेकर डीसीजीआई को आवेदन किया है। ये वैक्सीन दुनिया की पहली वैक्सीन है जो डीएनए बेस्ड है। ये ट्रिपल डोज वाली पहली वैक्सीन है। इस वैक्सीन की तीन डोज लेनी होगी जो कि 4-4 हफ्तों के अंतराल पर दी जाएगी।
इस वैक्सीन की खास बातें-
1-इस वैक्सीन को 12 से 18 साल के करीब हजार बच्चों पर भी ट्रायल किया गया और सुरक्षित पाया गया है।
2-इस वैक्सीन की एफिकेसी 66.6% है।
3- यह तीन डोज वाली पहली कोरोना वैक्सीन है इस वैक्सीन की तीन डोज़ 4-4 हफ्तों के अंतराल पर दी जा सकती है।
4- इस वैक्सीन को 2-8 डिग्री तापमान पर स्टोर किया जा सकेगा।
5- ये पहली plasmid डीएनए वैक्सीन है।
6- पैन लेस होगी ये वैक्सीन।इसमें इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं बल्कि ये वैक्सीन नीडल फ्री है, इसे जेट इंजेक्टर के ज़रिए दिया जा सकेगा।
7-PharmaJet एक सुई मुक्त ऐप्लिकेटर दर्द रहित इंट्राडर्मल वैक्सीन डिलीवरी करता है।
8- कंपनी की योजना सालाना लगभग 10-12 करोड़ डोज बनाने की है।
कम्पनी का कहना है की प्लग एंड प्ले तकनीक जिस पर प्लास्मिड डीएनए प्लेटफॉर्म आधारित है।वह COVID-19 से निपटने के लिए आदर्श रूप से अनुकूल है क्योंकि इसे वायरस में म्युटेशन से निपटने के लिए आसानी से अनुकूलित किया जा सकता है!
Comments
Post a Comment
pls do not enter any spam link in the comment box